किरायेदार सत्यापन के दौरान सामने आया मामला, एसएसपी ने दिए गहन जांच के निर्देश
नैनीताल, विशेष संवाददाता: उत्तराखंड के नैनीताल जनपद में फर्जी आधार कार्ड बनाने का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। किरायेदारों और बाहरी व्यक्तियों के चल रहे सत्यापन अभियान के दौरान यह मामला प्रकाश में आया। अब्दुल अलीम खान और उसके परिजनों के आधार कार्ड पर दर्ज पता संदिग्ध पाए जाने के बाद पुलिस ने धारा 420 के तहत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पैतृक आवास पर बनाए गए फर्जी आधार कार्ड, शिकायतकर्ता ने दी तहरीर
स्थानीय निवासी अमित लाल साह ने पुलिस को दी गई तहरीर में आरोप लगाया कि उनके पैतृक आवास का उपयोग कर कुछ अज्ञात लोगों ने फर्जी आधार कार्ड बनवा लिए हैं। उन्होंने बताया कि जिन लोगों के नाम पर ये दस्तावेज बने हैं, उनका उनके परिवार या संपत्ति से कोई संबंध नहीं है और न ही वे कभी उक्त आवास पर रहे हैं।
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2015 में बनाए गए थे आधार कार्ड, कई योजनाओं में किया गया उपयोग
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि अब्दुल अलीम खान और उसके परिजनों के आधार कार्ड वर्ष 2015 में बनाए गए थे। इनका इस्तेमाल कई सरकारी और गैर सरकारी योजनाओं में भी किया गया है। यह गंभीर मामला दस्तावेजी धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े से जुड़ा हुआ है, जिसे लेकर प्रशासन ने सख्ती दिखाई है।
एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने मल्लीताल थाना क्षेत्र के उपनिरीक्षक दीपक कार्की को मामले की गहराई से जांच करने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। शुरुआती जांच में स्पष्ट हो गया है कि एक सुनियोजित तरीके से फर्जी दस्तावेजों का निर्माण किया गया है, जो कानून व्यवस्था के लिए खतरा है।
किरायेदार सत्यापन के दौरान हो रहा फर्जीवाड़े का खुलासा
नैनीताल में फर्जी आधार कार्ड बनवाने का यह मामला प्रशासन और आम जनता दोनों के लिए एक चेतावनी है। सरकार द्वारा चलाए जा रहे सत्यापन अभियान से इस प्रकार की धोखाधड़ी सामने आना, सिस्टम की सजगता को दर्शाता है। अब यह देखना अहम होगा कि पुलिस जांच में क्या-क्या खुलासे होते हैं और दोषियों को क्या सजा मिलती है।